विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शनिवार को गुजरात के अहमदाबाद
में मच्छर जनित जीका वायरस से जुड़े तीन मामलों के होने की पुष्टि की है.
इन तीन मामलों में एक गर्भवती महिला भी शामिल हैं.
जानिए क्या है जीका वायरस स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने जांच रिपोर्ट के आधार पर इन मामलों की पुष्टि की है. एएनआई के मुताबिक गुजरात में अहमदाबाद के बापूनगर इलाके में ये तीन मामले सामने आए हैं.
बता दें कि यह वायरस एडीस एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है. इसके अलावा इसी मच्छर के काटने से डेंगू और चिकनगुनिया जैसे रोग भी फैलते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 64 साल के एक पुरुष के सैंपल में 8 दिन पुराने ज्वर संबंधी लक्षण (हालांकि यह डेंगू का लक्षण नहीं है) पाए गए हैं, जिसे बी. जे. मेडिकल कॉलेज अहमदाबाद ने जीका वायरस का पॉजिटिव केस पाया है. गुजरात के बी. जे. मेडिकल कॉलेज में एएफआई सर्विलांस के जरिए पॉजिटिव पाए जाने वाला जीका वायरस का यह पहला मामला है.
दूसरा मामला एक 34 वर्षीय महिला का है, जिन्होंने 9 नवंबर 2016 को बीजेएमसी अहमदाबाद में एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है. महिला के सैंपल को डेंगू के टेस्ट के लिए बीजेएमसी के वायरल रिसर्च एंड डॉयग्नोस्टिक लैबोरेट्री भेजा गया, जहां सैंपल में जीका वायरस के पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है. बाद में आरटी-पीसीआर ने भी इसकी पुष्टि की.
तीसरा मामला 22 वर्षीय प्रेग्नेंट युवती का है, जो अपनी प्रेग्नेंसी के 37वें हफ्ते में थीं. जांच में उन्हें भी जीका वायरस जनित बीमारियों के लिए पॉजिटिव पाया गया है.
इन तीनों सैंपल के मुताबिक निचले स्तर के जीका वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है और भविष्य में नए मामले भी बढ़ सकते हैं.
जानिए क्या है जीका वायरस स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने जांच रिपोर्ट के आधार पर इन मामलों की पुष्टि की है. एएनआई के मुताबिक गुजरात में अहमदाबाद के बापूनगर इलाके में ये तीन मामले सामने आए हैं.
बता दें कि यह वायरस एडीस एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है. इसके अलावा इसी मच्छर के काटने से डेंगू और चिकनगुनिया जैसे रोग भी फैलते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 64 साल के एक पुरुष के सैंपल में 8 दिन पुराने ज्वर संबंधी लक्षण (हालांकि यह डेंगू का लक्षण नहीं है) पाए गए हैं, जिसे बी. जे. मेडिकल कॉलेज अहमदाबाद ने जीका वायरस का पॉजिटिव केस पाया है. गुजरात के बी. जे. मेडिकल कॉलेज में एएफआई सर्विलांस के जरिए पॉजिटिव पाए जाने वाला जीका वायरस का यह पहला मामला है.
दूसरा मामला एक 34 वर्षीय महिला का है, जिन्होंने 9 नवंबर 2016 को बीजेएमसी अहमदाबाद में एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है. महिला के सैंपल को डेंगू के टेस्ट के लिए बीजेएमसी के वायरल रिसर्च एंड डॉयग्नोस्टिक लैबोरेट्री भेजा गया, जहां सैंपल में जीका वायरस के पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है. बाद में आरटी-पीसीआर ने भी इसकी पुष्टि की.
तीसरा मामला 22 वर्षीय प्रेग्नेंट युवती का है, जो अपनी प्रेग्नेंसी के 37वें हफ्ते में थीं. जांच में उन्हें भी जीका वायरस जनित बीमारियों के लिए पॉजिटिव पाया गया है.
इन तीनों सैंपल के मुताबिक निचले स्तर के जीका वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है और भविष्य में नए मामले भी बढ़ सकते हैं.
Comments
Post a Comment